मंगलवार, 17 नवंबर 2009

संसार के न्यायाधिश के सामने माथा टेकना होगा

उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती अदालती फेर से मुक्त नहीं हो पा रही है। सुप्रीम कोर्ट ने मायावती से सवाल किया है कि गौतमबुद्ध नगर जिले के बादलपुर गांव में अन्य लोगों की भूमि के साथ उनके भूखंड का अधिग्रहण क्यों नहीं किया गया। न्यायाधीश एच.एस.बेदी और जे.एम. पांचाल की खंडपीठ ने बादलपुर निवासी खजान सिंह की याचिका पर मायावती को मुख्यमंत्री नहीं वरन व्यक्तिगत हैसियत से जवाब देने के लिए नोटिस भेजा है। राज्य सरकार, गौतमबुद्ध नगर के डीएम और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण को भी नोटिस भेजा गया है,जिन्होंने जून 2007 में सिंह के भूखंड का अधिग्रहण करने के लिए अधिसूचना जारी की थी। न्यायालय ने इस माह के आरंभ में मायावती के पिता प्रभु दयाल और भाई आनंद को भी नोटिस भेजा था। इससे पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सितंबर 2009 में अधिग्रहण के खिलाफ सिंह की याचिका को खारिज करके ग्रेटर नोएडा के विकास के लिए सरकार द्वारा भूमि अधिग्रहण को सही ठहराया था। याची खजान सिंह का आरोप है कि सरकार ने उनके सात हजार वर्गमीटर के भूखंड का अधिग्रहण कर लिया, जबकि मायावती के 39,369 वर्गमीटर के भूखंड को छोड़ दिया गया,जहां वह एक बंगला बनवा रही हैं। राज्य सरकार ने उच्च न्यायालय को बताया था कि मुख्यमंत्री के भूखंड को इसलिए छोड़ दिया गया क्योंकि वह आवासीय उपयोग के लिए था। सिंह के वकील अशोक माथुर ने भी दावा किया कि सिंह का भूखंड भी आवासीय उपयोग के लिए है। अब कौन क्या कहता है इस का हमे ज्ञान नहीं परन्तु हम कह चूके है http://twitter.com/bhrigujyotish # सूर्य+शनि की युति के उत्तरप्रदेश सरकार को अभी परेशान करेगे 10 अक्तूबर 2009 को शुक्र भी कन्याराशि मे ग्रहो का खेल क्या कराये देखते है 7:10 PM Oct 6th from web * Delete # सूर्य+शनि की युति के कारण उत्तरप्रदेश सरकार को अभी परेशान करेगे 10 अक्तूबर 2009 को शुक्र भी कन्याराशि मे ग्रहो का खेल क्या कराये देखते है 7:09 PM Oct 6th from web * Delete #5अक्तूबर को मंगम कर्कराशि में प्रवेश और सूर्य+शनि की युति के कारण उत्तरप्रदेश सरकार को अभी परेशान करेगे 17 अक्तूबर के बाद ग्रहो का खेल 11:05 PM Oct 5th from web पर क्या करे अगर को ना देखतो सम्भल जाओ मेरे भाई न जानें कौन सा ग्रह अपना रगं दिखा दे। मगर इतना जरूर हैं राहु शनि के फेर से कोई नही बचा हैं उत्तर प्रदेश्‍ा सरकार को अगर राहु शनि के प्रकोप से बचना हैं तो संसार के न्यायाधिश के सामने माथा टेकना होगा।छवी मेरी नहीं है इसमे मेरे द्धारा गुगल का सहयोग प्राप्त किया गया!

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