शनिवार, 25 जून 2011

महिलाये अत्यधिक परेशान हो रही है

आज स्त्रीयो के प्रति मन मे अनेक ऐसे विचार लोगो के मनो मे क्यो रहे है जिसके कारण महिलाये अत्यधिक परेशान हो रही है कारण अनेक है यहां हम महिलाओ के लिये एक महत्वपुर्ण तथ्य पर प्रकाश डाल रहे है--- स्त्रियों को सिन्दूर सही मात्रा में और सही तरीके से लगाना चाहिए क्योंकि यह यह ब्रह्मरंध्र और अधमी रंध्र के ठीक ऊपर लगाया जाता है जिसे सामान्य भाषा में सीमन्त या मांग कहते हैं !पुरुषों की तुलना में स्त्रियों में यह भाग नाजुक होता है और शरीर में विद्युत ऊर्जा के नियंत्रण का कार्य करता है ! सिन्दूर में पाया जाने वाला पारा दुष्प्रभावों से स्त्रियों की रक्षा करता है। चुटकी भर सिन्दूर में छिपा होता है 84 लाख जन्मों का सारांश

सोमवार, 13 जून 2011

अभूतपूर्व चंद्र ग्रहण 15 जून 2011 21वीं सदी का

15 जून 2011 21वीं सदी का अभूतपूर्व चंद्र ग्रहण
ग्रहणमाला योग:लगातार तीन ग्रहण होना ग्रहणमाला योग कहलाता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार ग्रहण की छाया कहीं भी पड़े लेकिन भूमंडल का चुंबकीय क्षेत्र पूर्ण रूप से असंतुलित होता है।
300 साल के बाद 30 दिन में 3 ग्रहण का दुर्लभ संजोग 2 जून को सूर्य ग्रहण, 15 जून को चंद्र ग्रहण, 1 जुलाई पुन: सूर्य ग्रहण ज्येष्ठ मास शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा का विशेष महत्व माना गया है क्योंकि ज्येष्ठा नक्षत्र, वृश्चिक राशि पर ग्रहण का स्पर्श मूल नक्षत्र और धनु राशि पर खग्रास चंद्र ग्रहण का समापन ,ग्रहण प्रारंभ बुधवार रात्रि 11:53 मिनट पर खग्रास चंद्र ग्रहण प्रारंभ 12:52 मिनट पर पूर्ण खग्रास 15 जून रात्रि 1:43 मिनट पर खग्रास समाप्त 2:33 मिनट पर ग्रहण की समाप्ति 3:33 मिनट पर चंद्र ग्रहण कहां-कहां देखा जा सकेगा
भारत, साऊदी अरब, आस्ट्रेलिया, दक्षिणी अमेरिका, अफ्रीका, यूरोप, मध्य पूर्वी एशिया, दक्षिण-पश्चिम प्रशांत महासागर और उत्तर पूर्व रूस में दिखाई देगा
चंद्र ग्रहण का सूतक विचार इस ग्रहण का सूतक 15 जून 2011 को दोपहर 2:52 मिनट से प्रारंभ हो जाएगा।
ग्रहण काल तथा बाद मे करने योग्य कार्य ग्रहण से पूर्व पवित्र जल से स्नान कर मंत्र जाप, पाठ एवं ध्यान करना अति शुभ रहेगा।
ग्रहण समाप्ति के बाद पुन: पवित्र जल से स्नान अवश्य करना चाहिए। स्नान के उपरांत ग्रहण समाप्ति के बाद किये गए मंत्रों दशांश, हवन और यज्ञ एवं अपनी राशि के अनुसार दान अवश्य करना चाहिये।
15 जून को सूर्यास्त के बाद दान देने योग्य वस्तुओं का संग्रह करके संकल्प कर लेना चाहिए।
कुंभ लग्न में ग्रहण पड रहा है कुंभ लग्न के स्वामी शनि और शनि से आठ ग्रहों का संबंध बन रहे है
बृहस्पति का षडाष्टांक संबंध, मंगल और केतु का नवम पंचम संबंध, सूर्य और बुध का चर्तुदशम संबंध,राहु और चंद्रमा का त्रिएकादश संबंध यह अविस्मरणीय घटना है यह समय शास्त्रो के अनुसार साधना, पूजा-पाठ, मंत्र जाप और दान के लिए अति अनमोल समय माना गया है बरसेगा धन, मिलेगा आपको मान-सम्मान, परिवार में होगा अमन और चैन, अपनों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा, संतान को मिलेगी सफलता,घर आएगी मां-लक्ष्मी, ऋण और रोग से मिलेगा छुटकारा, दांपत्य सुख में कमी होगी, अध्यात्म साधनाओं का मिलेगा लाभ, धर्म में बढ़ेगी रूचि, बुजुर्गों का मिलेगा आशीर्वाद, व्यापार में होगी वृद्घि, आर्थिक पक्ष सुदृढ़ होगा।
दुर्घटनाओं से पीछा छुटेगा, क्योंकि यह चंद्र ग्रहण खास है, पूजा प्रारंभ की समस्त सामग्री सूर्यास्त से पहले ही घर में मंगवाकर रख लें। पूजा सामग्री में कुशा अवश्य रखें।
इस अभूतपूर्व और अविस्मरणीय चंद्र ग्रहण पर द्वादश राशियों के लोग क्या पूजा करें कि संपूर्ण मनोकामना की पूर्ति हो
मेष राशि वाले घी का दीपक जला कर तथा वही बैठ कर संकट मोचन स्तोत्र का पाठ करें,और मोती चूर के लडडूओं जो प्रसाद के रूप मे रख् उसे किसी को अपने हाथ से देदे। लाल चंदन, मसूर की दाल, गुड़, का दान करें
वृष राशि वाले सफेद कपड़े में सवा किलो चावल बांधकर अपने सामने रखें और घी का दीपक जला कर अपने इष्टदेव कें मंत्रों का जाप करें ग्रहण के पश्चात चावल किसी को देदे। कपूर, अदरक, घी, दही, का दान करें
मिथुन राशि वाले यह राशि बुध कि है इस लिये साबुत हरे मूंग 500 ग्राम एवं 21 इलायची हरे कपडे मे बाध कर अपने सामने रख लें घी का दीपक जला कर इष्टदेव का ध्यान करें। इसके पश्चात ओम नमो प्रीं पीताम्बराय नम: मंत्र का 108 बार जाप कर इसके साथ ही सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करें। यह सामग्री किसी गाय को खिला दें। हरे वस्त्र हरे रगं कि चूडिया, हरी पालक, साबूत मूंग का दान करें
कर्क राशि वाले ग्रहण के समय सफेद कपड़े में चावल, मिश्री तथा मोती चाँदी का छोटा सा टुकड़ा बाध कर अपने सम्मुख् रखे घी का दीपक जला कर चन्द्रमसे नम: मंत्र का 108 बार जाप करें मंत्रजाप के पश्चात यह सामग्री किसी मंदिर में या किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान कर दें। दही, चावल, सफेद वस्त्र, सफेद चंदन, का दान करें
सिंह राशि वाले ग्रहण पडऩे से पहले गेहूं, तांबे के पात्र में भरकर उसके ऊपर थोड़ा सा गुड़ एवं लाल चंदन का एक टुकड़ा रख लें। सूर्यदेव चन्द्र देव का ध्यान करे घी का एक दीपक जला लें और आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें। महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें, शिव पाशुपत स्तोत्र का एक पाठ करें। मंत्र जाप पूरा होने के बाद किसी जरूरतमंद व्यक्ति को यह सारी सामग्री ताम्रपात्र सहित दान कर दें।
कन्या राशि वाले ग्रहण के पश्चात हरा चारा आवारा पशुओं को डालें ग्रहण के समय घी का दीपक जला कर दुर्गा अर्गला स्तोत्र का एक पाठ करे या ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाय विचे॥ मंत्र की एक माला जाप करें जाप से बाधा निवारण धन लाभ के मार्ग सरलता से प्रशस्त होंगे। हरे वस्त्र हरे रगं कि चूडिया, हरी पालक, साबूत मूंग का दान करें
तुला राशि वाले कटोरे में दही बुरा लेकर अपने सामने रख लें। कपूर की टिकिया एवं घी का दीपक जलायें। अपने इष्टदेव का ध्यान कर महामृत्युंजय मंत्र की एक माला जाप करें। कटोरा किसी जरूरतमंद को दान कर दे कटोरा स्टील का हो
वृश्चिक राशि वाले लाल कपड़े में सवा दो किलो मसूर की दाल एवं गुड़ बांधकर अपने सामने रख लें तथा घी का दीपक जलाकर अपने इष्टदेव का ध्यान करे इष्टदेव का ध्यान करें तथा ह्रीं श्रीं लक्ष्मीनारायण नम: मंत्र का 1 माला जाप करें।ग्रहण के बाद सामग्री किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान कर दें
धनु राशि वाले सवा किलो चने कि दाल एक पपीता पीले वस्त्र पर अपने सामने रखे और बृहस्पति कि वस्तुये वस्त्र मे बाधें ग्रहण के समय बृहस्पति के बीज मंत्र 'ऊँ ग्राँ ग्रीं ग्रों सः गुरवे नमः' का 7 माला जाप करें। तत्पश्चात यह सामग्री किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान कर दें।
मकर राशि वाले काला कम्बल सवा दो किलो उड़द ले शनि मंत्र ऊँ नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम् ।। का जाप करें उसके बाद उसे मंदिर में रख आएं या किसी को दे दे
कुम्भ राशि वाले सवा पांच किलो उड़द काले कपड़े में रख दें तेल का दीपक जलाएं, पांच पाठ दशरथकृत शनि स्तोत्र का या ऊँ नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम् ।। मंत्र का जप करें ग्रहण के बाद मे सामान किसी को दे दे
मीन राशि वाले सवा किलो हल्दी की साबूत गांठ, सवा किलो चने कि दाल, पीले कपड़े में लें। घी का दीपक जला कर पांच पाठ सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करे या गुरू मन्त्र का जाप करें। ग्रहण के बाद किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दे दें।
लगातार तीन ग्रहण होना ग्रहणमाला योग कहलायेगा इस योग के कारण मौसम पर असर पड़ेगा महंगाईिक मार आम जन पर पडेगी यह कहीं ज्वालामुखी, तेज आंधी, बवंडर, भूकंप गंभीर बाढ़ की स्थितियां बन सकती है, राजनैतिक क्षेत्रो मे अनेक नये नये उथल पथल जनआन्दोलन आपको देखने को मिलेगे उत्तर प्रदेश कि राजनैतिक स्थितियो मे बडा फेरबदल होगा सत्ता के अनेक स्तम्भ हिल जाने के योग बन रहे है किसी बडे राजनेता के लिये यह ग्रहण अशुभ सन्देश लेकर रहा है सीमाओं पर आतंकवाद की घटनाएं प्रबल हो सकती है
राशियो पर प्रभाव
मेष राशि — के व्यक्तियों को यह ग्रहण गुप्त चिन्ताएं दे सकता है.
वृ्षभ राशि— के व्यक्तियों को यह चन्द्रग्रहण शुभफलकारी रहेगा.
मिथुन राशि— के व्यक्तियों के लिए वैवाहिक जीवन की परेशानियों में वृ्द्धि होगी. साथ ही सावधानी से रहें,
कर्क राशि— के व्यक्तियों के रोग, कष्ट बढ सकते है, व्यर्थ के भय और व्यय बढने के भी योग बन रहे है.
सिंह राशि— के व्यक्तियों को लिए चन्द्रग्रहण अनुकुल फल देने वाला नहीं रहेगा.
कन्या राशि — के व्यक्तियों को लिए यह समय कार्यसिद्धि के अनुकुल रहेगा.
तुला राशि — के व्यक्तियों को चन्द्र ग्रहण का प्रभाव शुभ रुप में प्राप्त होगा.
वृ्श्चिक राशि — के व्यक्तियों को वाहनों का प्रयोग करते हुए,सावधान रहना हितकारी रहेगा, दुर्घटना और शारीरिक कष्ट के योग
धनु राशि के व्यक्तियों को सम्भावित दुर्घटनाओं से सतर्क रहें, यात्राएं करते हुए सावधानी रखें.
मकर राशि के व्यक्तियों को चन्द्रग्रहण का प्रभाव धन हानि लेकर आ रहा है.
कुम्भ राशि के व्यक्तियों को चन्द्र ग्रहण के फल शुभ रहेगें.
मीन राशि के व्यक्तियों को यह चन्द्रग्रहण रोग, कष्ट, खर्चों में वृ्द्धि करेगा